विद्यालय में कार्यसेवा के नाम पर स्कूली बच्चों से कराई जा रही है पुताई।
संवादाता-विवेक कुमार सिंह
सम्पूर्णानगर। राजकीय बालिका विद्यालय रानीनगर में रविवार को विद्यालय बन्द होने का फायदा उठाकर विद्यालय के क्लर्क अमित कुमार व प्राइवेट अध्यापक निखिल विद्यालय में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों से ही विद्यालय भवन की पुताई करवाने में लगे हुए है जब मीडिया कर्मी विद्यालय परिसर में पहुचे तो कुछ बच्चे चिकन बना रहे थे ये सब कार्य बच्चे अच्छे नंबर पाने के लिए कर रहे थे क्यो की विद्यालय से 180 नंबर तक दिए जाते है यहाँ पर लगभग सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं लेकिन एक भी अध्यापक यहाँ परमामेन्ट नहीं है यहाँ पर अमित कुमार एक क्लर्क है उसी के भरोसे पूरा विद्यालय चलता है प्रधानाध्यापक का चार्ज महेंद्र कुमार के पास है जो कि रानीनगर के साथ ही हिंडोलना के राजकीय विद्यालय का चार्ज भी संभाल रहे है इसी कारण महोदय जी ज्यादातर हिंडोलना में ही व्यस्त रहते हैं महीने में कभी कभार ही यहाँ आते हैं बालिका विद्यालय होते हुये भी आजतक यहाँ किसी महिला अध्यापिका का चयन नहीं और सरकारी विद्यालय होने के बावजूद विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों से बिना किसी रसीद के एक वर्ष में पन्द्रह सौ रुपये तक लिए जाते हैं इसपर कोई अभिभावक या बच्चा कोई शिकायत नहीं कर पाता बोर्ड परीक्षा दो माह बाकी हैं परंतु एक भी अध्यापक परमामेन्ट नहीं होने की वजह से इन बच्चों का भविष्य अंधकार में है,विद्यालय में विधुत का कनेक्शन तक नहीं है क्लर्क को काम करने के लिए विद्यालय में रखा कम्प्यूटर अपने उदघाटन का इंतजार कर रहा है। जबकि प्रत्येक वर्ष विद्यालय की रँगाई-पुताई,खेलकूद,विजली बिल तथा अन्य गतिविधियों के लिए शासन से धन प्राप्त होता है यह धन आखीर जाता कहाँ है जो बच्चों से ही रँगाई पुताई कराई जा रही है, सवाल यह है कि क्या अब विद्यालय की रंगाई व पुताई का काम बच्चों से ही कराया जाएगा यदि पुताई करते समय कोई बच्चा छत से गिरकर घायल हो जाए या कोई अनहोनी हो जाये तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए डी आई ओ एस खीरी ने बताया कि जांच कर जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।













