गौतमबुद्ध नगर :- अवैध वसूली से करोड़ों की दौलत हासिल करने वाले 4 फर्जी पत्रकार गिरफ्तार।
रिपोर्ट आर के वर्मा बी बी न्यूज़ संपादक।
*अवैध वसूली से करोड़ों की दौलत हासिल करने वाले 4 फर्जी पत्रकार गिरफ्तार*
गौतमबुद्ध नगर।
पुलिस ने चार ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जिन पर आरोप है कि वे पत्रकार होने का दावा कर अवैध वसूली करते थे और अपना हित साधने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाते थे.
गौतमबुद्ध नगर जिले की थाना बीटा-दो पुलिस ने वसूली करने वाले चार फर्जी पत्रकारों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि इनका एक साथी अभी फरार है. उसको गिरफ्तारी करने वालों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) की ओर से 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा.
गिरफ्तार फर्जी पत्रकारों में दो इससे पूर्व भी जेल जा चुके हैं.पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपियों ने कई पुलिसवालों, प्रशासनिक अधिकारियों, प्राधिकरण के अधिकारियों तथा नेताओं से सांठगांठ कर करोड़ों रुपए की कमाई करने की बात स्वीकार की है. गिरफ्तार किए गए *सुशील पंडित, उदित गोयल, चंदन राय और नीतीश पांडे* को एक अदालत ने पांच दिन की हिरासत में भेज दिया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मीडिया प्रभारी राकेश भदौरिया ने बताया कि चारों लोगों को शनिवार को जिला अदालत में पेश किया गया. पुलिस के आग्रह पर अदालत ने चारों को पांच दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया.जिला प्रशासन इनकी चल-अचल संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर रहा है. गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने बताया कि पत्रकारिता की आड़ में एक संगठित गिरोह बनाकर, अवैध तरीके से पैसा कमाने तथा प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने हित साधने वाले गिरोह के चार लोगों को थाना बीटा दो पुलिस ने शुक्रवार देर रात को गिरफ्तार कर लिया. इनकी गिरफ्तारी गैंगस्टर कानून के तहत की गई है.डीएम बृजेश नारायण सिंह ने बताया कि इस गिरोह का सरगना *सुशील पंडित* है. जिलाधिकारी ने बताया कि इनके साथी उदित गोयल, चंदन राय तथा नीतीश पांडे को भी गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि इनका एक साथी *रमन ठाकुर* अभी फरार है. उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है.डीएम ने बताया कि यह गिरोह मुख्य रूप से गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद और लखनऊ में सक्रिय था. उन्होंने बताया कि यह गिरोह दो प्रकार से अपना काम करता था. इस गिरोह के सदस्य सरकारी सेवकों, विशेषकर पुलिस अधिकारियों को अनुचित आर्थिक लाभ का प्रलोभन देकर व्यक्ति विशेष के पक्ष में कार्य करने के लिए प्रेरित करते थे. जिलाधिकारी ने बताया कि दो पत्रकारों की गिरफ्तारी नोएडा से, एक की गाजियाबाद से तथा एक की लखनऊ से की गई है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कार्यालयों को सील कर दिया गया है.













