सिंगाही खीरी कस्बा वासियों को कस्बे में घूम रहे अवांरा गौवंशीय पशुओं से निजात दिलाने के लिये
गौशाला बनी बकरियों का आशियाना नगर पंचायत बेखबर आपको जानकर ताज्जुब होगा
काल के गाल में समा रहे गौवंशीय पशु।
संवाददाता रिजवान अली
बकरियों का आशियाना बनी गौशाला।
सब जान कर अंजान बने जिम्मेदार।
नगर पंचायत सिगांही भैडोरा
सिंगाही खीरी कस्बा वासियों को कस्बे में घूम रहे अवांरा गौवंशीय पशुओं से निजात दिलाने के लिये वैकल्पिक तौर पर बनायी गयी गौशाला बनी बकरियों का आशियाना नगर पंचायत बेखबर आपको जानकर ताज्जुब होगा पर हकीकत यही है भले ही सूबे के सी एम गौवंशीय पशुओं को लेकर उनकी सुरक्षा और आम जनता को उनसे निजात दिलाने के लिये कस्बों में घूम रहे आंवरा गौवंशीय पशुओं के प्रबंधन और देखभाल के लिये आदेश दिया हो पर ये आदेश नगर पंचायत के जिम्मदारों पर कोई मायने नही रखता इसकी बानगी आपको नगर पंचायत सिंगाही भेडौरा में बनी गौशाला को देखने से मालूम होती है बताते चलें की यू पी के सी एम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर नगर पंचायत प्रशासन ने आनन फानन में कस्बे के वार्ड नम्बर 11 कांजी हाउस में गौवंशीय पशुओं को सुरक्षा एवं सरंक्षा प्रदान करने के लिये वैकल्पिक व्यवस्था कर बांस की बैरिकेटिंग कर फौरी तौर बाडा बनाकर जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजकर इति श्री ले ली लेकिन कस्बे में घूम रहे आंवरा गौवंशीय पशुओं को पकड़ कर बाड़े में बंद करना मुनासिब नही समझा यही वजह है कस्बे में अवांरा छुट्टा गायें घूम रही हैं और आये दिन कस्बावासियों के लिये परेशानी का सबब बन रही हैं वहीं देखभाल के अभाव में आंवरा घूम रही गायें आये दिन सड़को पर दुर्घटना का शिकार हो कर अकाल मृत्यु को प्राप्त हो रही हैं स्थानीय प्रशासन गौवंशीय पशुओं की दुर्दशा देखकर अपना मुंह फेर लेता है सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा पारित आदेश इनके लिये कोई महत्व नही रखता इलाके में सैनिकों की संख्या में घूम रहे अवांरा पशु किसानों की फसलों को चौपट कर रहे हैं जिससे अन्नदाता काफी दुखी हैं स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस समस्या पर गम्भीर नही हैं जिसके चलते गौशाला बकरियों का आशियाना बनकर रही गयी हैं
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस गम्भीर समस्या पर जब ई ओ सिंगाही से बात की गयी तो उन्होंने बताया की शीघ्र ही समस्या का निदान करते हुये अवांरा पशुओं पर नियंत्रण कर उनको पकड़वा कर बाड़े में रखा जायेगा।













